Ashok Se Sambandhit Mahatvpurn Prashn :नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आप सम्राट अशोक से संबंधित महत्पूर्ण सवालों और उनके बारें में विस्कर से जानने जो आपके परीक्षा के लिए और अपने ज्ञान को बढाने में कभी ज्यादा मदद करने वाली हैं
सम्राट अशोक, भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण और प्रभावशाली राजा थे, जिन्होंने मौर्य वंश की विस्तृत साम्राज्य की नींव रखी। उनका राज्यकाल लगभग 268 ईसा पूर्व से लेकर 232 ईसा पूर्व तक था। अशोक का नाम धर्मविजयी के रूप में विख्यात है, क्योंकि उन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया और इसे अपने साम्राज्य के व्यापारिक, सामाजिक और राजनीतिक नीतियों का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया।
अशोक का जन्म कलिंग नामक स्थान पर हुआ था, जो आज के भारतीय राज्य ओडिशा में स्थित है। उनके पिता का नाम सम्राट बिंदुसार था और माता का नाम रानी देवी हेलेना (हिंदी में जानी जाती है) था, जो यूनानी मूल की थी।
अशोक का राज्याभिषेक 268 ईसा पूर्व में हुआ। उन्होंने अपने जीवन के पहले वर्षों में कई युद्धों का सामना किया, और इस प्रकार उन्हें ‘चंदआशोक’ कहा जाता है। उनके प्रशासन के दौरान, उन्होंने भारतीय सबको अपना धर्म अपनाने की प्रेरणा दी, और इसके लिए अनेक धर्मनिरपेक्ष नीतियों का पालन किया। वे अपने साम्राज्य के विस्तार के साथ-साथ धर्म और सांस्कृतिक प्रचार के लिए भी प्रसिद्ध थे।
अशोक की धर्मविजय के बाद, उन्होंने अपने शासन की प्रमुख नीतियों को संस्कृत में ‘रॉक एडिक्ट’ या शिलालेख के रूप में विख्यात करने का प्रयास किया। इन शिलालेखों में उन्होंने अपने धर्म के महत्व को बताया और लोगों को धार्मिक समझ में बदलाव करने के लिए प्रेरित किया। अशोक की शिलालेखों का प्रसिद्ध उदाहरण सरनाथ का शिलालेख है, जो बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है।
अशोक के प्रेरित उपासना स्थलों, धर्म स्थलों, और धर्मनिरपेक्ष नीतियों के बारे में जानकारी मिलती है, जिन्हें अशोकीय धर्म या अशोक का धर्म कहा जाता है। अशोक के प्रेरित शासन का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलु उनके विशाल अत्यंत कला कार्यक्रमों में था, जिनमें उन्होंने भारतीय स्थापत्यकला को संवर्धित किया।
सम्राट अशोक का नाम भारतीय इतिहास में अमर रहा है, और उनकी शासनकाल को धर्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का एक महत्वपूर्ण काल माना जाता है। उनके प्रेरणादायक और धर्मनिरपेक्ष नीतियों का प्रभाव भारतीय समाज और संस्कृति पर आज भी महत्वपूर्ण है।
सम्राट अशोक से संबंधित महत्त्पूर्ण प्रश्न
1.अशोक मगध की गद्दी पर कब बैठा था ?
उत्तर- सम्राट अशोक मगध की गद्दी पर 269 ई.पूर्व बैठा
2. अशोक की माता का नाम क्या था?
उत्तर– अशोक की माता का नाम सुभद्रागी था
3. अशोक का अवन्ति का राज्यपाल कब था ?
उत्तर– अशोक राजगद्दी पर बैठने के समय अवन्ति का राजपाल था
4. मास्की और गुर्जरा अभिलेख में अशोक का नाम क्या मिलता है?
उत्तर- मास्की और गुर्जरा अभिलेख में अशोक का नाम अशोक ही मिलता है
5. पुराणों में अशोक का नाम क्या था ?
उत्तर-पुराणों में अशोक को अशोकवर्धन कहा जाता है
6. अशोक ने कलिंग पर आक्रमण कब किया ?
उत्तर- अशोक ने कलिंग पर आक्रमण 261 ई. पूर्व किया
7. अशोक को बौद्ध दहरम की शिक्षा किसने दी?
उत्तर- अशोक को उपगुप्त नामक बौद्ध भिक्षु ने बौद्ध दहरम की शिक्षा दी
8. अशोक ने आजीवकों के रहने हेतु क्या की पहाड़ियों में गुफा बनाया?
उत्तर– अशोक ने आजीवकों को रहने के लिए बराबर की पहाड़ी में गुफा बनाया
9. अशोक ने बराबर की पहाड़ी पर कितने गुफा बनाया तथा गुफा का नाम क्या-क्या था ?
उत्तर- अशोक ने बराबर की पहाड़ी पर आजीवकों को रहने के लिए चार गुफा बनाया था,उस गुफा का नाम :-
- कर्ज
- चोपार
- सुदामा
- विश्व झोपड़ी
10.अशोक के पौत्र दशरत ने आजीवकों को कौन सी गुफा प्रदान की?
उत्तर– अशोक के पौत्र दशरथ ने आजीवकों को नागार्जुन गुफा प्रदान की
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11. अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए किसे श्रीलंका भेजा?
उत्तर– अशोक ने बौद्ध धर्म क प्रचार के लिए अपने पुत्र महेंद्र और पुत्री संधमित्रा को श्रीलंका भेजा
12.अशोक ने कितने स्तूप का निर्माण कराया?
उत्तर– अशोक ने 84,000 स्तूपों का निर्माण कराया?
13. भारत में शिलालेख का प्रचलन सर्वप्रथम किसने किया?
उत्तर- भारत में शिला लेख का प्रचलन सर्वप्रथम अशोक ने किया
13. अशोक के शिलालेख में किस लिपि कौन-कौन सी लिपि का प्रयोग हुआ है?
उत्तर-अशोक की अभिलेखों में ब्राह्मी, खरोष्ठी, ग्रीक और अरमाइकल लिपि का प्रयोग हुआ है
14. अशोक के अभिलेख में ग्रीक और अरमाइकल लिपि कहा मिले है?
उत्तर- अशोक के अभिलेख में ग्रीक और अरमाइकाल लिपि अफगानिस्थान में मिले
15. खरोष्ठी लिपि कहा पर मिले है?
उत्तर– करोष्ठी लिपि उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में मिले है
16. ब्राह्मी लिपि कहा पर मिले है
उत्तर– ब्राह्मी लिपि भारत में मिले है
17. खरोष्ठी लिपि कैसे लिखी जाती है?
उत्तर– खरोष्ठी लिपि दायीं से बायीं लिखी जाती है
18. अशोक के अभिलेख को कितने भागो में बांटा गया है?
उत्तर- अशोक के अभिलेख को तीन भागों में बांटा गया है,वे भाग इस प्रकार है-
- शिलालेख अभिलेख
- स्तम्भलेख अभिलेख
- गुहालेख अभिलेख
19. अशोक के शिलालेख की खोज कब हुई?
उत्तर- अशोक की शिलालेख की खोज 1750 ई. में हुई
20. अशोक की शिलालेख किसने खोज की?
उत्तर-अशोक की शिलालेख की खोज पद्रेटी फेंथैलर ने की
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21. 1750 ई. में खोजे गए अभिलेख की संख्या कितनी है?
उत्तर- 1750 ई. में खोजे गए अभिलेख की संख्या-14 हैं
22.अशोक के अभिलेख को पढ़ने में पहली सफलता कब और किसने की ?
उत्तर– अशोक के अभिलेख पढ़ने में सबसे पहली सफलता 1837 ई. में जेम्स प्रिंसेप ने की
23. अशोक के स्तम्भ लेखों की संख्या कितनी है?,किस लिपि में लिखी गई है?
उत्तर- अशोक के स्तम्भ लेखों की संख्या-7 है,और वह ब्राह्मी लिपि में लिखी गई है
24. अशोक के स्तम्भ अभिलेख कहा-कहा प्राप्त हुए है?
उत्तर- अशोक के स्तम्भ अभिलेख 6 अलग-अलग स्थान में प्राप्त हुए है
- प्रयाग स्तम्भ-लेख :- यह पहले कौशम्बी में स्थित था,इस स्तम्भ-लेख को अकबर ने इलाहाबाद के किले में स्थापित कराया
- दिल्ली टोपरा :- यह स्तम्भ-लेख फिरोजशाह तुलक के द्वारा टोपरा से दिल्ली लाया गया
- दिल्ली-मेरठ :- पहले मेरठ में स्थित यह स्तम्भ-लेख फिरोजशाह द्वारा दिल्ली लाया गया है
- रामपुरवा :- यह स्तम्भ-लेख चंपारण(बिहार) में स्थापित है इसकी खोज 1872 में कारलायल ने की
- लौरिया अरेराज :- चंपारण बिहार में
- लौरिया नंदनगढ़ :- चंपारण बिहार में इस स्तम्भ पर मोर का चित्र बना है
25. किस अभिलेख को रानी का अभिलेख कहा जाता है?
उत्तर- कौशम्बी अभिलेख को रानी का अभिलेख कहा जाता है
26. अशोक का कौन-सा अभिलेख सबसे बड़ा अभिलेख है?
उत्तर- अशोक का 7वाँ अभिलेख सबसे बड़ा अभिलेख है
27.अशोक का सबसे छोटा स्तम्भ लेख कौन-सा है?
उत्तर– अशोक का सबसे छोटा स्तम्भ-लेख रुम्मीदेई है
28. अशोक के प्रथम पृथक शिलालेख में क्या घोषणा है?
उत्तर- अशोक के प्रथम पृथक शिलालेख में यह घोषणा है कि सभी मनुष्य मेरे बच्चे है
29. अशोक का शार-ए-कुना ( कंदहार) अभिलेख किस लिपि में हैं?
उत्तर- अशोक का शार-ए-कुना ( कंदहार) अभिलेख ग्रीक और अरमाइकाल लिपि में है
30. उपधा परीक्षण किसे कहा जाता है?
उत्तर- साम्राज्य में मुख्यमंत्री और पुरोहित की नियुक्ति के पूर्व इनके चरित्र को काफी जाँचा-परखा जाता था,जिसे उपधा कहा जाता है
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31. सम्राट की सहायता के लिए मंत्रिपरिषद थी,उन मंत्री परिषद में कितनी सदस्यों की संख्या होते थे?
उत्तर– मंत्रिपरिषद में सदस्यों की संख्या 12,16 या 20 हुआ करता था
32. महामात्र की संख्या कितनी है?
उत्तर- महामात्र की संख्या 16 है
33. अशोक के समय मौर्य साम्राज्य की प्रान्तों की संख्या कितनी थी?
उत्तर- अशोक के समय मौर्य साम्राज्य की प्रान्तों की संख्या 5 थी
34. अशोक के समय प्रान्तों को क्या कहा जाता था ?
उत्तर– अशोक के समय प्रान्तों को च्रक कहा जाता था
35. प्रान्तों के प्रशासन को क्या-क्या कहते थे?
उत्तर- प्रान्तों के प्रशासन को कुमार,आर्यपुत्रा और राष्ट्रीक कहते थे
36. अशोक के समय प्रशासन की सबसे छोटी इकाई क्या कहलाती है?
उत्तर- ग्राम
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37. मैगस्थनीज के अनुसार नगर का प्रशासन किनते सदस्यों का मंड़ल होता है?
उत्तर- मैगस्थनीज के अनुसार नगर का प्रशासन 30 सदस्यों का एक मंडल होता है
38. किसके अनुसार चंद्रगुप्त मौर्य के सेना में लगभग 50,000 अश्वारोही सैनिक,9,000 हाथी व 8,000 रथ थे?
उत्तर– जस्टिन से अनुसार
39. नायक किसे कहा जाता था?
उत्तर- युद्ध क्षेत्र में सेना का नेतृत्व करनेवाला अधिकारी नायक कहलाता था
40. सैन्य विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी क्या कहलाता था?
उत्तर– सैन्य विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी सेनापति कहलाता था
41. किसके अनुसार चंद्रगुप्त की सेना में 6,00,000 पैदल सिपाही, 30,000 घुड़सवार और 9,000 हाथी था ?
उत्तर- प्लिनी नामक यूनानी लेखक के अनुसार
42.गूढ़ पुरुष किसे कहा जाता था?
उत्तर- अर्थशास्त्र के अनुसार अशोक के समय में गुप्तचर को गूढ़ पुरुष कहा जाता था
43.अशोक के समय में संस्था किसे कहा जाता है?
उत्तर- एक ही स्थान पर रहकर कार्य करने वाले गुप्तचर को संस्था कहा जाता है
44. संचार किसे कहा जाता है?
उत्तर- एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमण करके कार्य करने वाले व्यक्ति को संचार कहते है
45. राजुक किसे कहा जाता है?
उत्तर- अशोक के समय जनपदीय न्यायालय के न्याधीश को राजुक कहा जाता था
46. सीता भूमि किसे कहा जाता है?
उत्तर- अशोक के समय सरकारी भूमि को सीता भूमि कहते है
47. मेगस्थनीज ने भारतीय समाज को कितने वर्गो में विभाजित किया?
उत्तर- मेगस्थनीज ने भारतीय समाज को सात वर्गो में विभाजित किया ,वे सात वर्ग इस प्रकार है
- दार्शनिक
- किसान
- अहीर
- कारीगर
- सैनिक
- निरीक्षक
- सभासद
48.रूपजीवा किसे कहते है?
उत्तर- स्वत्रंत वेश्यावृति को अपनाने वाला महिला रूपजीवा कहलाती है
49. नंदवंश का विनाश करने के लिए चंद्रगुप्त ने किस राजा की सहायता ली?
उत्तर– नंद वंश का विनाश करने में चंद्रगुप्त ने कश्मीर के राजा पर्वतक से सहायता ली
50. मौर्य शासक कब तक रहा?
उत्तर- मौर्य शासक 137 वर्षो तक रहा
51. भागवत पुराण के अनुसार मौर्य वंश का कितने राजा हुए?
उत्तर- 10 राजा
52. वायु पुराण के अनुसार मौर्य वंश का राजा की संख्या क्या है?
उत्तर- 9
53. मौर्य वंश का अंतिम शासक कौन था?
उत्तर– मौर्य वंश का अंतिम शासक बृहद्रथ था
Conclusion : इस आर्टिकल में आप ने सम्राट अशोक से संबंधित महत्पूर्ण जानकारी को जाना जो आपके ज्ञान को बढ़ाने में कभी मदद करने वाली है |